A very emotional poem written and recited by me.
Hope you will like it.
I hope some day, some how this will reach to her....!
अब भी तेरी यादें मेरे दिल से जाती नहीं हैं ,
अब भी तेरी बातें मुझे दिलों-जां से याद आती हीं क्यों हैं,
अब भी तेरी आँखो की गहराइयों में डूब जाने को दिल करता है,
अब भी तेरा चेहरा मेरी नज़रों से ओझल होता ही नहीं है।
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